MAHARISHI VALMIKI

महाऋषि वाल्मीकि... BY AMIT ANANT अपने तपोबल से ही वाल्मीकि ऋषि ने ज्ञान को पाये थे। अपने ही ज्ञान से ऋषिवर ने रामायण काव्य को रचाये थे। उनके तपोबल में आध्यात्मिक शक्तियां इतनी ज्यादा थी, अपने तत्वों ज्ञान से ही वो महाऋषि वाल्मीकि कहलाये थे।। MAHARISHI VALMIKI... पृथ्वी के प्रथम वैज्ञानिक महान कवि महाऋषि वाल्मीकि जी के जन्मोत्सव पर उनके श्री चरणों मे नमन वंदन 🙏 MAHARISHI VALMIKI... पौराणिक कथाओं के अनुसार वैदिक काल के महान ऋषि वाल्मीकि असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे और महर्षि वाल्मीकि का जन्म अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी कि शरद पूर्णिमा को जन्मे महर्षि कश्यप और अदिति की 9वीं संतान वरुण और पत्नी चर्षणी के घर हुआ था। परन्तु ऐसा कहा जाता है कि बचपन में ही भील समुदाय के लोग उन्हें चुराकर ले गए थे और उनका लालन पालन भील समाज में ही हुआ। जिसके चलते वाल्मीकि से पहले उनका नाम रत्नाकर हुआ करता था। रत्नाकर जंगल से गुजरने वाले लोगों से लूट-पाट किया करते थे पौराणिक कथाओं में पाया जाता है कि वह एक डाकू के रूप में प्रचलित हो गए थे। ...