MAA KI MAMTA SE SARA JAG UJIYARA

माँ की ममता से सारा जग उजियारा...


BY AMIT ANANT

माँ ममता की एक रूप होती है।
वो तो ईश्वर की स्वरुप होती है।
वो अपने बच्चों के लिए सदा,
छाव कही तो कही धूप होती है।।

        MAA KI MAMTA SE SARA JAG UJIYARA...माँ की ममता से सारा संसार चलता है, माँ सारे जगत को उजियारा करती है, माँ ही बच्चों की सहारा होती है। माँ की ममता जैसा प्रेम पूरी दुनिया मे कहीं नही मिलता है।माँ सदैव तपस्या रत रहती है और माँ की तपस्या से ही हम सभी के जीवन को उजाला और निवाला मिलता है माँ पूरे घर परिवार पूरे संसार को देखती- समझती और प्रेम करती है। माँ जैसा धैर्य ऊर्जा प्रेम ऎश्वर्य पुण्य गुरु देवी सहनशीलता किसी मे भी नही होती है। माँ परमात्मा की जगह पर व्याप्त है उनके प्रेम में परमात्मा का प्रेम छिपा रहता है।
     MAA KI MAMTA SE SARA JAG UJIYARA...माँ की ममता की बात निराली होती है। माँ का प्रेम बच्चो के लिए अमृत के समान होता है। माँ सदैव अपने हृदय के टुकड़े को बहुत ध्यान देती है अपने नज़रों से दूर नही होने देती है। और बच्चे भी माँ से एक पल भी दूर नही रह पाते है। माँ अपने बच्चों के लालन- पालन में इतना ज्यादा व्यस्त हो जाती है कि अपना एवं दुसरो को ख्याल रखना मुश्किल हो जाता है, परन्तु माँ के हिम्मत की दाद देते है, क्यों कि माँ बच्चों के साथ-साथ पूरे परिवार की देख भाल एवं सेवा करती है बल्कि अपना ख्याल नही रख पाती है पर पूरे घर की जिम्मेदारी को पूर्ण रूप से निर्वाह करती है।
     MAA KI MAMTA SE SARA JAG UJIYARA...माँ प्रेम की मूरत होती है...माँ सबकी जरूरत होती है...माँ लक्ष्मी के स्वरूप होती है...माँ ईश्वर का रूप होती है...माँ पिता की सृंगार होती है...माँ अग्नि की अवतार होती है...माँ परिवार की सार होती है...माँ संसार की रीत होती है...माँ प्रेम की प्रीत होती है...माँ जगत की जीत होती है...माँ संगीत की गीत होती है...माँ से पूरी दुनिया होती है। इस जगत में माँ है तो सब है वरना कुछ भी नही होता।
      MAA KI MAMTA SE SARA JAG UJIYARA...माँ के ऊपर लिखने में तो हजारों पन्ने कम पड़ जायेंगे ऐसी माँ की महिमा होती है। माँ सबका स्वाभिमान है, माँ सबका अभिमान है, माँ के महिमा हम लिख कर या बता करके कह नही सकते जितना भी कहे कम है जितना भी लिखे कम है। जो करे कम ही कम हैं, माँ के चहरे पर खुशी की एक बूंद सबके लिए अमृत के समान होती है।
    MAA KI MAMTA SE SARA JAG UJIYARA...साथियों माँ का होना एवं माँ का प्रेम हम सभी के जीवन के लिए बहुत ही सौभाग्यपूर्ण एवं सौभाग्यशाली की प्रतिभा की बात है और माँ में ही ईस्वर है।
धन्यवाद

@Amit anant
       Delhi

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